कल रात एक नशे में धुत्त व्यक्ति को देखकर मेरी संवेदनाओ को बहुत आहत पहुंचा , चंद पंक्तिया पेश ऐ खिदमत हे , उम्मीद हे आपको अच्छी लगेगी , कृपया अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतार्थ करे
कौन हे जो गमो में जाम सजाता हे ,
कौन हे जो खुशियों को मयखाने ले जाता हे ,
आखिर उस भोले बच्चे ने आज पूछ ही लिया ,
माँ , बाबा को रोज कोई छोड़ने क्यों आता हे ,
"कौन हे जो गमो में जाम सजाता हे ,
ReplyDeleteकौन हे जो खुशियों को मयखाने ले जाता हे ,
आखिर उस भोले बच्चे ने आज पूछ ही लिया ,
माँ, बाबा को रोज कोई छोड़ने क्यों आता हे,"
वाह वाह - बहुत खूब
अच्छा लिखा ।
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